Jab Uthata Hai Dhuwa Teri Huzuri Ka
Jab Uthata Hai Dhuwa Teri Huzuri Ka Song Lyrics in Hindi
जब सब धुंधला दिखता था
हर मंजर बिखरा था
तेरे हाथों ने तब प्रभु मुझको थाम लिया
जब झूठे थे हर सपने
और रूठे थे सब अपने
तेरे ही प्यार ने पनाह मुझको दिया
जब उठता है धुँआ
तेरी हुजूरी का
भर जाता हूँ मैं तेरी महिमा से
Verse1
हाँ हाँ मैं निर्बल हूँ,
पर तू ही मेरा बल है मेरे खुदा
मेरी निर्बलता में सिद्ध करता
तू सामर्थ है खुदा आ आ आ
हर पल तू मेरे साथ है,
यह मुझको है यकीन
छू ले प्रभु जो तू मुझे,
जी जाऊँ मैं अभी
Verse 2
मेरे गुनाहों को तू ले गया है प्रभु ऊँऊँ ऊँ
तोड़े बन्धन मेरे ताकि आज़ाद मैं रहूँ
उजड़ा सा था हाँ मैं प्रभु पर तूने बना दिया
तेरी रूह की सामर्थ से प्रभु तूने मुझको जिला दिया
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